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5 Improved Varieties of Groundnut : मूंगफली की 5 बेस्ट उन्नत किस्में, जिनको लगाकर मिलेगा बंपर पैदावार, जानें पूरी जानकारी

मूंगफली की 5 बेस्ट उन्नत किस्में, जिनको लगाकर मिलेगा बंपर पैदावार, 5 Improved Varieties of Groundnut जानें पूरी जानकारी

देश के कई राज्यों में मूंगफली की खेती किया जाता है। देश में दक्षिण पश्चिम मानसून की प्रवेश होने के बाद आंध्र प्रदेश कर्नाटक तेलंगाना पश्चिम बंगाल आदि हिस्सों में पहुंच चुका है और अब मानसून जल्द ही अन्य राज्यों में भी पहुंचने वाला है। किसानों के द्वारा बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि उन्हें मूंगफली की बुवाई का कार्य भी करना है।

 

5 Improved Varieties of Groundnut: लेकिन किसानों के द्वारा मूंगफली की बुवाई करने से पहले खेत की तैयारी पूरी कर ली गई है और उन्हें एक अच्छी और उन्नत किस्म का चुनाव करना चाहिए ताकि उन्हें कम खर्चे में अधिक लाभ प्राप्त हो और अपने उत्पादन को बढ़ाया जा सके। आज हम आपको मुंगफली की 5 उन्नत किस्म के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे जिससे बुवाई करने से पहले किसानों को 20 से 35 क्विंटल उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

 

मुंगफली की खेती देश के कई राज्यों में होता है

भारत देश में मूंगफली की खेती पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में किया जाता है। मुंगफली की खेती जायद और खरीफ दोनों सीजन में बुवाई किया जाता है। लेकिन किसानों के द्वारा मूंगफली की खेती अधिक खरीफ सीजन में किया जाता है।

 

 

मुंगफली की बेस्ट 5 किस्म (5 Improved Varieties of Groundnut)

किसानों को मुंगफली की खेती करने के लिए अपने खेत की मिट्टी, जलवायु और पानी कैसा है उसके अनुसार किस्म का चुनाव करना चाहिए। इसके अलावा अपने खेत की मिट्टी की जांच करवाना चाहिए जिससे उन्हें उत्पादन में वृद्धि के लिए सही मात्रा में खाद का उपयोग किया जा सकता है।

 

मुंगफली की किस्म आरजी- 425 (RG-425)

किसानों की जानकारी के लिए बता दें कि मुंगफली की आरजी- 425 वैरायटी को खरीफ के मौसम में लगाना चाहिए। इस किस्म को राज दुर्गा के नाम से भी पहचाना जाता है। मुंगफली की यह किस्म सूखे के प्रति सहनशील होने के साथ रंग सड़न रोग प्रतिरोधी पाई जाती है। इस किस्म को पकने में 120 से लेकर 125 दिन का समय लगता है। वहीं उत्पादन की बात करें तो यह किस्म प्रति हेक्टेयर 20 से लेकर 35 क्विंटल पैदावार मिल सकती है।

 

मुंगफली की किस्म टीजी 37 ए (TG-37A)

किसान भाइयों मूंगफली की किस्म टीजी 37 ए (TG-37A) को 2004 में तैयार किया गया। और वेरायटी पकने में 121 से लेकर 125 दिन का समय लगता है। यह किस्म एक कम फैलाव और छोटे आकार वाली होती है। मूंगफली की किस्म में प्रति हेक्टेयर 18 से 20 क्विंटल तक उत्पादन देने वाली किस्म है। वहीं इसमें तेल की मात्रा लगभग 51 प्रतिशत तक पाया जाता है।

 

मुंगफली की किस्म जेएल 501 (JL 501)

मुंगफली की वेराइटी जेएल 501 (JL 501) को पकने में 120 से लेकर 125 दिन का समय लगता है। मुंगफली की यह वैरायटी प्रति हेक्टेयर 20 से लेकर 25 क्विंटल उत्पादन मिलता है। मैं दिल की मात्रा की बात करें 51% पाया जाता है।

 

मुंगफली की किस्म डीएच-86 (DH-86 )

यह मुंगफली की किस्म डीएच-86 जिसको जायद और खरीफ दोनों सीजन में उत्पादन देने वाली किस्म है। मूंगफली की यह वैरायटी कि पकने में 120 से 25 दिन का समय लगेगा और इसमें प्रति हेक्टेयर उत्पादन 15 से 20 क्विंटल तक प्राप्त हो सकता है। और इसमें तेल की मात्रा 45% तक पाई जाती है।

मुंगफली की किस्म एच.एन.जी.10 (H.N.G.10)

देश में जिन अधिक बारिश होती है वहां पर इस वैरायटी को लगाया जा सकता है। क्योंकि इस वैरायटी में अधिक बारिश वाली जगह पर उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। और इस किस्म में पकने की समय की बात करें तो 120 से 125 दिन का समय रहता है। वही उत्पादन की बात करें तो प्रति हेक्टर 20 से 25 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

 

 

 

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